Conjunctivitis in hindi – आंखों में खुजली और लाल होना घरेलू उपचार

Conjunctivitis

1. कंजंक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) : आँखों की सूजन का परिचय

आँखों की स्वास्थ्य का ध्यान रखना हमारे सामान्य जीवन में महत्वपूर्ण है, क्योंकि हमारी सभी गतिविधियाँ आँखों की सहायता से होती हैं। अक्सर हम आँखों के स्वास्थ्य के प्रति ध्यान नहीं देते हैं और यह अनदेखी लापरवाही कई समस्याओं का कारण बन सकती है। इसमें से एक आम समस्या है कंजंक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) , जिसमें आँखों की सूजन होती है। इस आर्टिकल में, हम कंजंक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) के बारे में विस्तार से जानेंगे, इसके कारण, प्रकार, लक्षण, इलाज, बचाव और निष्कर्ष।

2. कंजंक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) क्या है?

कॉन्जंक्टिवाइटिस एक आँखों की सामान्य समस्या है जो आँख के पलकों के अंदरी तंतुओं की परतों में सूजन की स्थिति को व्यक्त करती है। यह सूजन आमतौर पर एक आँख की सीमित या दोनों आँखों में होती है और इसके साथ-साथ जलन, खराश, और आँखों से पानी आने जैसे लक्षण होते हैं। यह समस्या आँखों के पर्याप्त सफाई की अभाव, बैक्टीरियल या वायरल संक्रमण, आदि के कारण हो सकती है।

3 Conjunctivitis के प्रकार

कॉन्जंक्टिवाइटिस के कई प्रकार होते हैं, जिनमें मुख्य रूप से वायरल कॉन्जंक्टिवाइटिस ( viral conjunctivitis )और बैक्टीरियल कॉन्जंक्टिवाइटिस ( bacterial conjunctivitis) शामिल हैं।

3.1 viral conjunctivitis: यह सबसे सामान्य प्रकार की कॉन्जंक्टिवाइटिस होती है और यह आमतौर पर ठंडी और बर्फीले मौसम में होती है। यह वायरल संक्रमण के कारण होती है और इसके लक्षणों में आँखों की जलन, पलकों की सूजन, और आँखों से पानी आना शामिल होता है।

3.2 Bacterial conjunctivitis : यह प्रकार बैक्टीरियल संक्रमण के कारण होता है और इसके लक्षणों में आँखों की जलन के साथ-साथ पीछे की ओर सूजन भी होती है।

4 Conjunctivitis के कारण

कॉन्जंक्टिवाइटिस के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:

4.1 वाइरल संक्रमण (viral infections) :
Adenoviruses, Rubella virus Rubeola (measles) virus, Herpes simplex virus , Varicella-zoster virus, Epstein-Barr virus और अक्सर बड़े से क्षेत्रफल में जैसेकि कोई देश में अचानक से outbreak अगर हुवा हो तो इनका कारक Picornaviruses e.g.: coxsackievirus A24 and enterovirus 70 नामक वायरस की वजह से होती हे ।

4.2 बैक्टीरियल संक्रमण (Bacterial infections):
staphylococcus  and streptococcus जैसी बैक्टीरिया भी आंखों के अंतर्गत संक्रमण का कारण बन सकते हैं।

4.3 Allery :
धूल, धुंद, खुश्बू, पोलेन आदि के प्रति अधिक संवेदनशीलता के कारण आंखों में सूजन और लालिमा हो सकती है।

4.4 चोट और आघात (trauma) :
आंखों के साथ किसी घाव, चोट या आवृत्ति आघात के कारण भी संक्रमण हो सकता है।

4.5 प्रत्यक्ष संपर्क (direct contact) :
किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ संपर्क में आने से यह संक्रमण आपको भी हो सकता है।

4.6 नदी की पानी (contaminated water) :
गंदे नदी के पानी में आंखों में संक्रमण का कारण बन सकते हैं।

4.7 नया जन्मजात संक्रमण (ophthalmic neonatorum) :
मां की योनि से जन्मक्रम रूप से होने वाले संक्रमण से नया जन्मजात बच्चों को संक्रमित होने का खतरा होता है जिसको ophthalmic neonatorum कहते हे ।

4.8 surrounding infections :

आंख की किसी अन्य संक्रमण से यह आंख के पार्श्विक भाग में सूजन और लालिमा का कारण बन सकता है।

5. Conjunctivitis के लक्षण

कॉन्जंक्टिवाइटिस के लक्षण आमतौर पर एक आँख से दूसरी आँख में फैल सकते हैं और यह आमतौर पर एक से सात दिनों तक बना रहता है। इसके लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:

  • आँखों में जलन और खराश ( burning pain and foreign body sensation )
  • पलकों की सूजन (eyelid swelling )
  • आँखों से पानी आना ( Tearing )
  • आँखों की लालिम और सूजन ( eye swelling )

6. Conjunctivitis का इलाज

कॉन्जंक्टिवाइटिस का इलाज इसके प्रकार और कारण पर निर्भर करता है। यदि यह वायरल संक्रमण के कारण हो, तो आम तोर पे ये 7 दिन में स्वतहि निर्मूल होजाता हे पर भी इसके दौरान आपको आराम और आखो की नमी (Hydration)  की आवश्यकता होती है। इसके लिए आप निम्नलिखित उपाय अपना सकते हैं:

  • आँखों को स्वच्छ और गुनगुना पानी से धोएं
  • सूजन के लिए NSAID eye drop का इस्तेमाल कर सकते हे , steroid eye ड्राप का इस्तेमान खुद से ना करे
  • काला चस्मा का प्रयोग करे
  • बैक्टीरियल conjunctivitis के लिए डॉक्टर आमतौर पर एंटीबायोटिक (antibiotic) दवाएँ देते हैं जो संक्रमण को दबाने में मदद करती हैं।

7. Conjunctivitis की बचाव

कॉन्जंक्टिवाइटिस से बचाव के लिए निम्नलिखित सावधानियों का पालन करें:

  • हाथों की सफाई: आपको बार-बार हाथ धोने का आदत डालनी चाहिए, खासकर जब आप आंखों को छूते हैं।
  • संक्रमित व्यक्ति से दूरी: कॉन्जंक्टिवाइटिस से पीड़ित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें ताकि संक्रमण का संचार न हो सके।
  • चीजे शेयरिंग से बचें: आपको चीजे  जैसे कि तौलिया, हैंकर्चीफ, कोहल, संक्रमित व्यक्ति के साथ नहीं शेयर करना चाहिए।
  • हाथों को आंखों से दूर रखें: हाथों को आंखों से दूर रखें, क्योंकि हाथों से आंखों में संक्रमण का संचार हो सकता है।
  • डॉक्टर की सलाह: यदि आपको आंखों में संक्रमण के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह प्राप्त करें और उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।
  • आँखों की देखभाल: आंखों को स्वच्छ और आदर्श रूप से देखभाल करने के लिए नियमित आँखों को साफ करें।

कई बार कॉन्जंक्टिवाइटिस के लक्षण बिगड़ जाते हैं और समस्या गंभीर हो सकती है। ऐसे में तुरंत एक डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए। स्वास्थ्य की देखभाल में लापरवाही से बचने के लिए सही समय पर सही सलाह लेना बेहद महत्वपूर्ण है।

8. निष्कर्ष

Conjunctivitis एक सामान्य समस्या हो सकती है, लेकिन सही समय पर सही इलाज से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। यदि आपको लगता है कि आपको Conjunctivitis है, तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए और उनकी सलाह का पालन करना चाहिए।

9. अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

  1. Conjunctivitis क्या होता है? कॉन्जंक्टिवाइटिस एक आँखों की सूजन की सामान्य समस्या है जिसमें आँख के पलकों के अंदरी तंतुओं की परतों में सूजन होती है।
  2. Conjunctivitis के लक्षण क्या होते हैं? कॉन्जंक्टिवाइटिस के लक्षण में आँखों की जलन, खराश, पानी आना और पलकों की सूजन शामिल होती है।
  3. Conjunctivitis का इलाज क्या है? कॉन्जंक्टिवाइटिस का इलाज इसके प्रकार और कारण पर निर्भर करता है, लेकिन वायरल कॉन्जंक्टिवाइटिस में आराम और हायड्रेशन की आवश्यकता होती है।
  4. क्या Conjunctivitis से बचाव संभव है? हां, आप साबुन और पानी से आँखों को साफ करके और अपने हाथों को धोकर इससे बच सकते हैं।
  5. क्या Conjunctivitis गंभीर समस्या को इंगित कर सकता है? हां, कई बार कॉन्जंक्टिवाइटिस गंभीर समस्या के संकेत के रूप में प्रकट हो सकता है, इसलिए तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।

10.Reference: click here


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