कब्ज की दवा ( Constipation in hindi )

कब्ज constipation in hindi

कब्ज की दवा: सही खानपान,आहार और दवाइयों से पाएं आराम

1. परिचय ( Introduction )

कब्ज या कब्जियता एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो लोगों को पेट में मल त्याग करने में कठिनाई होने की समस्या का सामना कराती है। यह तकलीफदेह हो सकती है और लंबे समय तक आपके जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है। इसलिए, जरूरी है कि आप इस समस्या का सही समय पर इलाज करें और सही खानपान, व्यायाम और दवाओं का संयोजन करें। इस लेख में, हम आपको कब्ज की दवा के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे जो आपकी समस्या को हल करने में मदद कर सकती है।

2. कब्ज के कारण ( Cause of constipation )

  • खानपान में फाइबर की कमी ( low fiber diet ) : खाने में फाइबर समृद्ध खाद्य पदार्थों की कमी कब्ज के प्रमुख कारणों में से एक है। फाइबर की कमी से मल का त्याग कठिन होता है।
  • पानी की कमी ( dehydration ): पर्याप्त पानी पीने की कमी से भी कब्ज हो सकता है। अच्छे से हाइड्रेटेड नहीं रहने से मल का त्याग कठिन होता है।
  • व्यायाम की कमी ( lack of exercise ) : नियमित व्यायाम न करने से पाचन प्रक्रिया धीमी हो जाती है और मल का त्याग कठिन होता है।
  • यातायात में कमी ( lack of walk)  : अधिक समय तक बैठे रहने से पेट की क्रिया धीमी होती है और मल का त्याग कठिन होता है।
  • अव्यवस्थित आहार ( imbalance diet  ) : अनियमित खानपान, अव्यवस्थित समय पर खाना खाने से भी कब्ज हो सकता है।
  • स्त्रीयों में गर्भावस्था (pregnancy ) : गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल परिवर्तन के कारण कब्ज हो सकता है।
  • आयु वर्धन ( ageing ): बढ़ती उम्र के साथ पाचन प्रक्रिया में कमी होती है और कब्ज हो सकता है।
  • मादक पदार्थों का सेवन (alcoholism) : तंबाकू और अल्कोहल का अधिक सेवन कब्ज को बढ़ावा देता है।
  • बहुत लंबे समय तक बिना मल त्याग : लंबे समय तक मल त्याग न करने से मल संक्रमित हो सकता है और कब्ज हो सकता है।
  • स्थूलता (laziness): अत्यधिक वजन वाले लोगों में पाचन प्रक्रिया धीमी होती है और कब्ज हो सकता है।
  • रोज़ाना की जिंदगी की तनावपूर्ण जिंदगी (stress) : तनावपूर्ण जिंदगी जीने से भी कब्ज हो सकता है क्योंकि यह पाचन प्रक्रिया को प्रभावित करता है।
  • बुरे खानपान की आदतें: तली हुई, तला हुआ, और मसालेदार खाद्य पदार्थों की अधिक सेवन से कब्ज हो सकता है।
  • अव्यवस्थित सोने की आदत (Imbalanced sleep cycle) : अनियमित और अव्यवस्थित समय पर सोने से भी कब्ज हो सकता है।
  • दवाइया (Medicines) : कुछ दवाइया भी कब्ज के कारन बन सकते हे जैसेकि aluminium antacids , antidepressants, antiepileptics , antipsychotics, calcium supplements opiate painkillers, such as codeine and morphine diuretics, iron supplements .
  • पाचन प्रणाली से जुड़े हुए रोग : कई गैस्ट्रोइंटेस्टिनल समस्याएँ भी कब्ज का कारण बन सकती हैं, जैसे कि diabetes , hypothyroidism , hypercalcemia, muscular dystrophy, Inflammatory bowel disease , hypokalemia  इत्यादि ।

3. कब्ज की जटिलताएँ (complication of constipation) :

कब्ज से निपटने में देर करने के कारण, यह समस्या जटिलताओं का कारण बन सकती है जो आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है।कब्ज की जटिलताओं की कुछ मुख्य बातें निम्नलिखित हैं :

  1. बवासीर (piles): अगर कब्ज का इलाज सही समय पर नहीं किया जाए, तो बवासीर (hemorrhoids) की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
  2. फिसर (anorectal fissure ) : कब्ज की वजह से मल  बोहोत कड़ा होजाता हे जिसके  निकलने  से मलद्वार के छाले फट सकते हे जिसको anorectal fissure कहते हे और ये बोहोत दर्दनाक होता हे ।
  3. आंत की समस्याएँ: कब्ज के कारण आंत में संक्रमण और अन्य विकार उत्पन्न हो सकते हैं, जिससे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है जैसे की Mega colon , volvulus , bowel obstruction ( पूर्ण रूपसे आंत का अवरोध ) , bowel perforation ( आंत का फटना ) ,  gangrene ( आंत का सड़ना ) , electrolyte disbalance  इत्यादि ।
  4. पेट की तकलीफदेह स्थितियाँ: बड़ी अवस्थाओं में, कब्ज के कारण पेट में दर्द (acute abdomen), सूजन, और तकलीफदेह स्थितियाँ हो सकती हैं।
  5. संक्रमण (Infections): कब्ज के कारण मल का समय पर साफ न होने से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
  6. तनाव (stress): कब्ज के कारण तनाव बढ़ सकता है, जिससे ब्लड प्रेशर और मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है।
  7. पेट फूलन और गैस: कब्ज के कारण पेट में गैस और फूलन की समस्या हो सकती है, जिससे आपकी दिनचर्या पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
  8. हर्निया ( hernia ) : लगातार कब्ज की वजह से आपकी आंते (intestine ) आपने जगह से बहार निकल सकता हे जिसको हम हर्निया कहते हे ।

3. कब्ज का इलाज ( Treatment of Constipation ) :

3.1 आहार में परिवर्तन ( Diet change )
17 High Dietary Fiber Foods That You Should Eat Every Day! - PharmEasy Blog

कब्ज से बचाव के लिए सही आहार का महत्वपूर्ण योगदान होता है। फाइबर समृद्ध आहार का सेवन करने से पाचन प्रक्रिया में सुधार होता है और मल त्याग करने में आसानी होती है। फल, सब्जियां, अनाज, डालियां, नट्स, और सीड्स का सेवन करने से आपका पेट स्वस्थ और सकारात्मक रहेगा। high fiber diet के बारे में जानने के लिए यहाँ click करे ।

3.2 पानी की महत्वपूर्ण भूमिका  ( Role of water )

पानी की सही मात्रा में पीना कब्ज को दूर करने में महत्वपूर्ण होता है। अच्छे से हाइड्रेटेड रहने से आपके मल में पानी का सामान्य मात्रा मिलता है, जिससे मल त्याग करने में आसानी होती है। रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने से आपके शरीर का पाचन प्रक्रिया सही रहेगा। इंसान को एक दिन में कितना पानी पीना चाहिए ये जानने के लिए यहाँ click करे ।

3.3 व्यायाम का महत्व ( Role of exercise )

नियमित व्यायाम करना भी कब्ज से बचने में महत्वपूर्ण योगदान करता है। खास कर के बुढ़ापे में , diabetes , hypothyroidism , hypokalemia  जैसे दीर्घ रोग में हमारी आते अच्छे से नहीं चल पता (inadequate peristalsis ) जिसकी वजह से कब्ज हो सकता हे । योगासन, पेट की मांसपेशियों की भलाई के लिए बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। प्राणायाम और ध्यान भी शरीर की ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करते हैं और कब्ज को दूर करने में महत्वपूर्ण हो सकते हैं। कब्ज के लिए उपयोगी व्यायाम के बारेमे जानने के लिए यहाँ click करे ।

3.4 पश्चिमी शौचालय का प्रयोग ( use of western toilet-commode) :

पश्चिमी शौचालय का उपयोग करने से anal fissure , anal fistula , hernia जैसे जटिलताओं को हम काम कर  सकते हे ।

3.4 आवश्यकता पड़ने पर दवाएँ  ( Medication )

कई बार, आवश्यकता पड़ने पर दवाएँ भी आपकी समस्या को हल कर सकती हैं। ये दवाएँ आपके डॉक्टर द्वारा सलाहित की जाती हैं और आपके स्थिति के आधार पर प्रेस्क्रिब की जाती हैं। कब्ज की दवाएँ बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेनी चाहिए, क्योंकि वे आपकी समस्या के कारण का पता लगाने में मदद कर सकती हैं। कुछ सामान्य कब्ज की दवाएँ निम्नलिखित हैं:

  • aluminum hydroxide , magnesium hydroxide, bisacodyl, black seed oil, docusate sodium, glycerine 100%, glycerol, ispaghula husk, lactitol, lactulose, liquid paraffin, lubiprostone, macrogol, mineral oil, poly ethylene glycol 3350, polythylene glycol, sennosides, sodium picosulfate

4. सावधानियाँ और सुझाव ( Precaution )

  • दवाओं का सही तरीके से सेवन करें और डॉक्टर की सलाह पर अमल करें।
  • फाइबर समृद्ध आहार लें और पानी की सही मात्रा में पिएं।
  • नियमित व्यायाम करें और तनाव को कम करने का प्रयास करें।

5. निष्कर्ष

कब्ज की समस्या से निपटने के लिए सही खानपान, पानी की सही मात्रा, और योगासन करना महत्वपूर्ण है। यदि समस्या बढ़ रही है, तो डॉक्टर की सलाह से कब्ज की दवाओं का सही तरीके से सेवन करें।

6. FAQs

1. कब्ज क्यों होता है?

कब्ज का मुख्य कारण खानपान में कम फाइबर और पानी की कमी हो सकती है, जिससे मल का त्याग कठिन हो जाता है।

2. क्या मैं बिना दवाओं के कब्ज को ठीक कर सकता हूं?

हां, आप अपने आहार में फाइबर समृद्ध आहार और पर्याप्त पानी की मदद से बिना दवाओं के कब्ज को ठीक कर सकते हैं।

3. क्या कब्ज से बचने के लिए योग कारगर है?

जी हां, कुछ योगासन और व्यायाम कब्ज से बचने और इसे ठीक करने में मदद कर सकते हैं।

4. क्या कब्ज से किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है?

हां, कब्ज से गंभीर समस्याएँ जैसे कि बवासीर और आंत के रोग हो सकते हैं।

5. क्या कब्ज की दवाएँ बिना डॉक्टर की सलाह के ले सकता हूं?

नहीं, कब्ज की दवाएँ बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेनी चाहिए, क्योंकि वे आपकी समस्या के कारण का पता लगाने में मदद कर सकती हैं।


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